क्या नुकसान है नशा करने का?
नशा
करने का सबसे बड़ा नुकसान होता है खुद पर काबू न रख पाना चाहे वो कोई भी मामला हो। नशे
में इंसान इतना बेकाबू हो जाता है की उसे होश ही नहीं रहता की क्या अच्छा है और क्या
बुरा? क्या सही है और क्या गलत? उसे उस वक़्त नशे में जो अच्छा लगता है वो उसी को सही
मानता है और कर देता है, बाद में सिर्फ पछतावा। गौर कीजियेगा तो हर एक चीज इंसान के
लिए बना है बशर्ते उसकी एक सीमा और समय होता है। ऐसा भी नहीं है जब मन चाहे तब और जितना
मन चाहे उतना नशा करने लगे इंसान, ऐसे में तो नुकसान ही दिखता प्रतीत होता है। Nasha
Mukti Kendra Bhopal
नशा
करने से सबसे पहले इंसान का मन दूषित होता है जिसकी वजह से ही सही निर्णय नहीं ले पाते
नसेड़ी। कहने का कुछ और कह देते हैं कुछ और ही। वैसे ही करने का कुछ अच्छा तो हो जाता
है बुरा। दुषित मन के ही कारण कई प्रकार के आपराधिक मामले होते हैं जैसे घरेलु हिंसा,
एक्सीडेंट, मारपीट, हत्या, बलात्कार, चोरी या झूठ इत्यादि। नसेड़ी को लाख मनाने और समझने
से भी कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता क्यों की उसकी मनोदशा दूषित और विकृत हो चुकी है। वो मन से
मान चूका होता है और नशे के आगे नतमस्तक है। नसेड़ी के लिए अपना और पराया सब एक सामान
है जो उसके नशे में शरीक़ है। नशे में धुत्त इंसान से कुछ भी हो सकता है क्यों की वो
होश में नहीं होता, उसे दिन, दुनियाँ और समाज की फ़िक्र नहीं होती। ऐसे में एक नसेड़ी
से हम कुछ भी अच्छा करने या सुनने की उम्मीद ना करें। ऐसे में जो संभव दिखता है वो
है नशा मुक्ति का इलाज (treatment of addiction)।
वहीं
नशा दूसरी तरफ इंसान के शरीर को क्षतिग्रस्त करता है जिससे इंसान किसी काम के लायक
नहीं रहता। नशे की वजह से इंसान के लगभग सभी जरुरी अंग नष्ट होने लगते हैं जैसे दाँत,
जिह्वा, लारग्रंथि, कंठ, स्वांसनलिका, फेंफड़े, ह्रदय, यकृत, अमाशय, वृक्क, दूषित रक्त
समस्या तथा कमजोर जोड़ व अस्थियां। वहीं लगातार नशे के कारण ही कई गंभीर बीमारियां शरीर
में पनपने लगती है जैसे मुँह में लार की कमी, स्वांस सम्बन्धी समस्याएं एवं फेंफड़े
को कर्क रोग होना, पाचन सम्बन्धी समस्याएँ, कर्क रोग, ह्रदय रोग, यकृत सम्बन्धी विकार
एवं यकृत कर्क रोग, वृक्कों का सामान्य काम करना एवं समस्याएं, भ्रम की स्थिति, मानसिक
विकार एवं अवसाद उत्पन्न होना, आक्रामक व्यव्हार, आत्महत्या की कोशिशें तथा डर घबराहट
की स्थितियां इत्यादि। श्री शुद्धि नशा मुक्ति केंद्र भोपाल एवं इंदौर में हम हर प्रकार
के नशे का इलाज संभवतः करते हैं।
सबसे
जरुरी बात की नशे के चक्कर में ही आकर इंसान का यश, सम्मान और धन की क्षति होती है।
सारे अर्जित किये हुए पैसे तो नशा करने खर्च हो जाते हैं तो ऐसे में परिवार का भरण
पोषण अछूता रह जाता है। बच्चों का सही देखभाल और परवरिश नहीं होता। बच्चे भी धीरे धीरे
बड़ों द्वारा किये गए कर्मों का अनुसरण करने लग जाते हैं। समाज में एक अलग नाम से जाना
जाना की फलां इंसान शराबी है, नसेड़ी है या पागल है। नशेड़ियों से कई लोग भागते फिरते
हैं और छुप जाते हैं की कहीं इनसे सामना न हो जाये, कहीं हमसे कुछ बुरा ना बोल बैठे।
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Chhindwada) तो कृपया हमें संपर्क करें। हम मरीज को अपने नशा मुक्ति केंद्र के एम्बुलेंस
द्वारा भोपाल नशा मुक्ति केंद्र में लाकर, उसकी सही जांच करके सफल इलाज उपलब्ध कराएँगे।
Author: Mr Rajan Tiwari
Date: 13 May 2021